Deen Dayal Upadhaya Grameen Kaushalya Yojana - DDUGKY
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना
दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (डीडीयूजीके) एक सरकारी पहल है जो भारतीय ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और कौशल प्रशिक्षण के अवसर प्रदान करने का उद्देश्य रखती है। इस योजना का शुभारंभ सितंबर 2014 में किया गया था, और यह कार्यक्रम भारतीय जनसंघ के महानेता और दार्शनिक पंडित दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर रखा गया है।यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी और अनेकता के मुद्दों को पहचानती है और उन्हें मजबूत और समृद्ध समाज के लिए आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करती है।
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के अन्तर्गत किन क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाता है?
डीडीयूजीके के माध्यम से, ग्रामीण युवाओं को कौशल प्रशिक्षण का मौका मिलता है जो उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के लिए तैयार करता है। यह योजना मुख्य रूप से दर्जनों क्षेत्रों में कार्यरत है जिनमें विपणन, वित्तीय सेवाएं, सूचना प्रवाह, सौंदर्य व वेलनेस, कृषि और पशुपालन, इलेक्ट्रिशियन, अनुसंधान, इंजीनियरिंग, विनिर्माण और रोजगार तैयारी शामिल हैं।
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के अन्तर्गत पंजीकरण कैसे किया जाता है?
योजना के तहत प्रशिक्षण और रोजगार के लिए गरीब और छोटे वर्गों के युवाओं के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है। युवाओं को व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए पंजीकरण कराना पड़ता है और उन्हें क्षेत्र के प्रशिक्षण केंद्रों में भर्ती किया जाता है। वहाँ पर उन्हें विभिन्न कौशलों के बारे में प्रशिक्षण दिया जाता है जो उन्हें नौकरी या स्वरोजगार के लिए तैयार करते हैं।
इसके अलावा, डीडीयूजीके भीड़ और आप्रवास्त्रीय उद्योगों को ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानांतरित करने का प्रयास करती है। यह योजना ग्रामीण विकास के माध्यम से आर्थिक स्थिरता और रोजगार संभावनाओं में सुधार प्रदान करने का भी प्रयास करती है।
डीडीयूजीके एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जो ग्रामीण युवाओं को बेहतर जीवन स्तर और स्वतंत्रता की संभावनाएं प्रदान करने में मदद करता है। इसका लक्ष्य है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता को बढ़ावा मिले और युवाओं को आर्थिक स्वायत्तता प्राप्त करने का मौका मिले।
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के लिए आवश्यक योग्यता एवं आवश्यक डॉक्यूमेंट निम्न प्रकार है।
📌दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना का लाभ क्या है?
आपको नौकरी से जुड़ा कौशल ट्रेनिंग(प्रशिक्षण) मिलेगा।📌दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना हेतु योग्यता क्या है?
आप 15-35 वर्ष के बीच के एक गरीब ग्रामीण युवा होने चाहिए और अगर आप अनुसूचित जाति/जनजाति/महिला या विकलांग हैं, तो आपके लिए आयु की सीमा 45 वर्ष तक है।📌दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना हेतु आवश्यक डॉक्यूमेंट क्या हैं?
आपका आधार कार्ड, जाति प्रमाणपत्र, आदि।
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